sidh kunjika Secrets
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
ऐङ्कारी सृष्टिरूपायै ह्रीङ्कारी प्रतिपालिका ।
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।
चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।
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इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् click here ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
'सुक्खू सरकार से लिखित आश्वासन मिलने तक धरना जारी', वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की दो टूक
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः